गुरुतत्व जो मुझ में हैं, गुरु तत्व जो तुझ में हैं, नमन उसको मेरा है। गुरुतत्व जो मुझ में हैं, गुरु तत्व जो तुझ में हैं, नमन उसको मेरा है।
नासमझ झूठ परोस अलगाव लाते हैं और समझदार, झूठ बोल, खुशियाँ बाँटते हैं। नासमझ झूठ परोस अलगाव लाते हैं और समझदार, झूठ बोल, खुशियाँ बाँटते हैं।
हम सब का जीवन है अत्यंत ही सुखद नितांत आसान। हम सब का जीवन है अत्यंत ही सुखद नितांत आसान।
जब हम दोनों का हैं एक जैसा हाल, तो फिर क्यों इतराते हो जब हम दोनों का हैं एक जैसा हाल, तो फिर क्यों इतराते हो
न सूझे है कोई किनारा, आकर तीर दिखा जाओ। न सूझे है कोई किनारा, आकर तीर दिखा जाओ।
इसके विपरीत जो दृढनिश्चयी, महत्वकांक्षी व स्वाभिमानी है वह निरंतर प्रगति की पायदान। इसके विपरीत जो दृढनिश्चयी, महत्वकांक्षी व स्वाभिमानी है वह निरंतर प्रगत...